प्रेम जी...
दिल,जिगर,जान लिखूं
आप पर हर ग़ज़ल कमाल लिखूं
मेरा मीत प्रीत लिखूं
मेरा गीत प्रेम लिखूं
मेरा पहला लफ़्ज़ मां लिखूं
दूजा पूछो तो मास्टर लिखूं
तिजा फ़िर...
आप पर हर ग़ज़ल कमाल लिखूं
मेरा मीत प्रीत लिखूं
मेरा गीत प्रेम लिखूं
मेरा पहला लफ़्ज़ मां लिखूं
दूजा पूछो तो मास्टर लिखूं
तिजा फ़िर...