//मेरा लडाकू दोस्त//
बात बात में लड़ती है बिन बात की झगड़ती है।
है तो वो मेरी लडाकू दोस्त पर सब से अनोखी है।
बिन कहे ही मेरी भावनाओं को समझती हैं,
मेरे चेहरे की भाव से ही मेरे दुख सुख को पहचान लेती है।
पूरे हक से जी भर के डांट...
है तो वो मेरी लडाकू दोस्त पर सब से अनोखी है।
बिन कहे ही मेरी भावनाओं को समझती हैं,
मेरे चेहरे की भाव से ही मेरे दुख सुख को पहचान लेती है।
पूरे हक से जी भर के डांट...