...

7 views

पता नहीं मैं क्या हूं ?
मैं उदास नहीं हूँ,
पर ना जाने क्यों उदास रहने की आदत बन गई है,
कोई वजह नहीं, पर कोई तो वजह है, कोई सज़ा दिखती नहीं,पर यही सजा हैं।
बहुत छोटी-छोटी चीज़े जरूरी है पर उनके लिए मैं ज़रूरी नहीं ,
नाराजगी तो किसी से नहीं , पर सबको शायद मुझसे हैं,
इसीलिए खुशी का कोई भरोसा नहीं ,
उत्साह से डर लगता है, तभी चुप रहना अच्छा लगता है क्योंकि अब तक काफी कुछ गलत हुआ,
न जाने क्यों ???
अब बस इंतजार है जब सब कुछ सही होने का ..

~Harry_aa..sh