तेज आवाज़
कितनी तेज बोलती हो
किसी ने सुन लिया ना
तो क्या? सोचेगा .....
लड़किया इतनी तेज नही
बोलती , उनके लहजे में
नज़ाकत होती है,
उनका हंसना रोना तक
घर की चार दीवारों में
दफ़न हो जाता है , हम
लड़किया है जनाब हमारा
बचपन , बचपन में ही खत्म
हो जाता है, धूप में खेलो
तो कही काली ना हो
जाए इसका भी भय घर वालो को
सताता है , क्या? पहनना है, किससे
बात...
किसी ने सुन लिया ना
तो क्या? सोचेगा .....
लड़किया इतनी तेज नही
बोलती , उनके लहजे में
नज़ाकत होती है,
उनका हंसना रोना तक
घर की चार दीवारों में
दफ़न हो जाता है , हम
लड़किया है जनाब हमारा
बचपन , बचपन में ही खत्म
हो जाता है, धूप में खेलो
तो कही काली ना हो
जाए इसका भी भय घर वालो को
सताता है , क्या? पहनना है, किससे
बात...