तुम्हारा लड्डू गोपाल 😘
तुम्हारे साथ बिताया वो हर पल
मैं फिर से जीना चाहता हूं।
हम खुश रहा करते थे उन खवाबो
को फिर से बुनना चाहता हूं।
फीकी न पड़ जाए महोब्बत अपनी
इसीलिए हर रोज नए सिरे से
महोब्बत सुरु करता हूं।
मैं सिर्फ तुम्हारे लिए जीता हु
तुम भी मुझे अपनी आँखों से
ओझल नही होने देती।
पहले आँखों मे काजल की जगह
फिर मांग में सिंदूर बनाकर सजा लिया।
कितना प्यार मुझ अल्हड़ पर लुटा दिया।
© उन्मुक्क्त अनूप
मैं फिर से जीना चाहता हूं।
हम खुश रहा करते थे उन खवाबो
को फिर से बुनना चाहता हूं।
फीकी न पड़ जाए महोब्बत अपनी
इसीलिए हर रोज नए सिरे से
महोब्बत सुरु करता हूं।
मैं सिर्फ तुम्हारे लिए जीता हु
तुम भी मुझे अपनी आँखों से
ओझल नही होने देती।
पहले आँखों मे काजल की जगह
फिर मांग में सिंदूर बनाकर सजा लिया।
कितना प्यार मुझ अल्हड़ पर लुटा दिया।
© उन्मुक्क्त अनूप