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एक तू याद रह गया
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।
आंखो से टपक कर होठों पर झलकती मुस्कान रह गई,
हाथ थाम तस्वीर लेने की एक आस रह गई,
गले लगा लेने की जो एक चाहत थी मन में,
बस हाथ मिला कर अलविदा कहना तेरा खास रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
कुछ देर और चाहते थे तुम हमारे साथ रहो,
मेरी भले तुम ना सुनो अपनी कहो,
अपनी अंतिम मिलन यादगार करना चाहते थे हम,
जाते जाते देख तुझे मन उदास रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
तुम्हारे लिए खुद को खाली करता था मैं,
खो न दूं बस इस चीज से डरता था मैं,
और तुम कहीं मना न कर दो मुझे,
इसीलिए इजहार करने से रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
भूल गया मैं वो सारे हुनर अपने,
भूल गया देखे हुए सारे सपने,
वहां की सारी गलियो को भी भूल चुका हूं,
बस तेरे साथ चले दो कदम याद रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
© अनुराग . सहचर
आंखो से टपक कर होठों पर झलकती मुस्कान रह गई,
हाथ थाम तस्वीर लेने की एक आस रह गई,
गले लगा लेने की जो एक चाहत थी मन में,
बस हाथ मिला कर अलविदा कहना तेरा खास रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
कुछ देर और चाहते थे तुम हमारे साथ रहो,
मेरी भले तुम ना सुनो अपनी कहो,
अपनी अंतिम मिलन यादगार करना चाहते थे हम,
जाते जाते देख तुझे मन उदास रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
तुम्हारे लिए खुद को खाली करता था मैं,
खो न दूं बस इस चीज से डरता था मैं,
और तुम कहीं मना न कर दो मुझे,
इसीलिए इजहार करने से रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
भूल गया मैं वो सारे हुनर अपने,
भूल गया देखे हुए सारे सपने,
वहां की सारी गलियो को भी भूल चुका हूं,
बस तेरे साथ चले दो कदम याद रह गया।
सारी यादें मिट गई एक तू याद रह गया।।
© अनुराग . सहचर
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