...

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दोस्ती का नया रूप
समय के साथ दोस्ती की परिभाषा बदल गयी है
आसान सा था जो शब्द अब मुष्किल बन गई है।

कभी जो मुष्किलो मै साथ रहने की ताकत रखती थी
आज वो अकेले पन को अपनी आदत सी बना चुकी है।

कभी जिसको सब्दो की जरूरत न होती थी भावनायों को समझने के लिए
आज उसके शब्द कम पडने लगे अपने आप को सच साबित करने के लिए

कभी जिसको बेवजा मुसकुराने की आदत थी
आज वो मुसकुराना भुल सी गयी है

ओर कभी जो बात करते थक ती नहीं थी
आज वो खुद खामोश सी हो चुकी है

अच्छी यादे तो बदल नहीं सकती
सायद उसमें एक परत सी गिर चुकी हैं
ओर परिभाषा तो बदल नहीं सकती
सायद भावनाये बदल चुकी हैं।



© sukanyadasgupta18