संवाद
वह मुस्कान जो किसी का संवाद पढ़कर आती है
वह मुस्कान न जाने क्या मन ही मन गाती है
वह पूरे ही शरीर में सुख का अनुभव कराती है
फिर भी ना जाने क्यों यह सदैव चेहरे पर नहीं रह पाती है
वह किसी की बातों की कल्पना मात्र से पूरे शरीर का ऊर्जावान होना
वह कुछ यदि कह दो उसको अपने पूरे जोश से पूरा करना
यह इश्क नहीं तो और क्या है?
और लोग कहते हैं कि हर वक्त कोई साथ नहीं रहेगा
यदि ऐसा है तो यह इश्क नहीं...
वह मुस्कान न जाने क्या मन ही मन गाती है
वह पूरे ही शरीर में सुख का अनुभव कराती है
फिर भी ना जाने क्यों यह सदैव चेहरे पर नहीं रह पाती है
वह किसी की बातों की कल्पना मात्र से पूरे शरीर का ऊर्जावान होना
वह कुछ यदि कह दो उसको अपने पूरे जोश से पूरा करना
यह इश्क नहीं तो और क्या है?
और लोग कहते हैं कि हर वक्त कोई साथ नहीं रहेगा
यदि ऐसा है तो यह इश्क नहीं...