ज़िन्दगी एक ख्वाब सी।
डगमगाती नाव सी क्यूं है।
जिन्दगी इक ख्वाब सी क्यूं है।
इसका क़तरा भी नशा देता है,
ज़िन्दगी शराब सी क्यूं है।
कभी लगती है जन्नत...
जिन्दगी इक ख्वाब सी क्यूं है।
इसका क़तरा भी नशा देता है,
ज़िन्दगी शराब सी क्यूं है।
कभी लगती है जन्नत...