मृत्यु का समान
मृत्यु का अपमान कर
क्या जिंदगी कोई पाएगा
खो के स्व अस्तित्व बोलो
हाथ क्या आ पाएगा
एक तरफ बैठे है सारे
बेच कर वह आत्मा
मैं बचा लाया उसे तो
कहते हैं अवसाद था
कौन...
क्या जिंदगी कोई पाएगा
खो के स्व अस्तित्व बोलो
हाथ क्या आ पाएगा
एक तरफ बैठे है सारे
बेच कर वह आत्मा
मैं बचा लाया उसे तो
कहते हैं अवसाद था
कौन...