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में नदी तू किनारा
मैं नदी हूं तू किनारा बन जा।
हमारा संगम हो वैसा समंदर बन जा।
कभी धूप में सूख जाऊ तो खेलने का मैदान बन जा।
मेरे पानी को आवाज देने वाला पवन बन जा।
जब मिलन ना हो तो बारिश बंन कर बरस जा।
अंत में फिर से मैं नदी तू किनारा बन जा।
© heenatales
हमारा संगम हो वैसा समंदर बन जा।
कभी धूप में सूख जाऊ तो खेलने का मैदान बन जा।
मेरे पानी को आवाज देने वाला पवन बन जा।
जब मिलन ना हो तो बारिश बंन कर बरस जा।
अंत में फिर से मैं नदी तू किनारा बन जा।
© heenatales
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