writers....
युही वो रातें नहीं
जगा करते
लिखते हैं अल्फ़ाज़ों में
अपने अहसास को
वो पन्ने भरा नहीं करते
जरिया है दिल की बातें
बायन करने का
वो फिजूल ही बातें कहा नहीं करते
जो बातें जहन जाके
चोट बन गइ
वो बातें बस वही किया करते
जो ज़ज़्बात सच्ची नहीं
वो बातें वो लिखा नहीं करते
मिलते हैं वो हर रात आसमान से
वो चाँद तारों से पुछा करते
जो जवाब ये जहां नहीं दे पाया
वो जवाब ये चाँद तारे दिया करते
वो लिखते हैं दिल की बातों को
फ़िज़ूल वो पन्ने भरा नहीं करते....
© sandhya
जगा करते
लिखते हैं अल्फ़ाज़ों में
अपने अहसास को
वो पन्ने भरा नहीं करते
जरिया है दिल की बातें
बायन करने का
वो फिजूल ही बातें कहा नहीं करते
जो बातें जहन जाके
चोट बन गइ
वो बातें बस वही किया करते
जो ज़ज़्बात सच्ची नहीं
वो बातें वो लिखा नहीं करते
मिलते हैं वो हर रात आसमान से
वो चाँद तारों से पुछा करते
जो जवाब ये जहां नहीं दे पाया
वो जवाब ये चाँद तारे दिया करते
वो लिखते हैं दिल की बातों को
फ़िज़ूल वो पन्ने भरा नहीं करते....
© sandhya