सोच
क्या है ....सम्मान के लायक औरतों को सम्मान देने वालों की संख्या .... इज्ज़त छीनने वालों से ज्यादा समाज में।
क्या ...लड़ सकती है अच्छी सोच बुरी सोच से हिम्मत से।
क्या रह सकती हैं आदमियों की आंख की पुतलियां तटस्थ औरतों के चेहरे,आंखों को पढ़ने के लिए ...ये 'सोच ' कर कि क्यों निकली होगी घर...
क्या ...लड़ सकती है अच्छी सोच बुरी सोच से हिम्मत से।
क्या रह सकती हैं आदमियों की आंख की पुतलियां तटस्थ औरतों के चेहरे,आंखों को पढ़ने के लिए ...ये 'सोच ' कर कि क्यों निकली होगी घर...