जाता हुआ साल
यह साल मेरे जीवन को भाने लगा है।
गुजरे हुये लम्हों को गुनगुनाने लगा है।।
वर्ष दो हजार चौबीस उम्मीदों का पिटारा था।
आया था अभी जैसे, वैसे ही जाने लगा है।।...
गुजरे हुये लम्हों को गुनगुनाने लगा है।।
वर्ष दो हजार चौबीस उम्मीदों का पिटारा था।
आया था अभी जैसे, वैसे ही जाने लगा है।।...