आहिस्ता - आहिस्ता...
आहिस्ता - आहिस्ता दिल मे,
इफ्तिखार उमड़ रही।
न जाने किससे तलब का इल्तजा,
करती है।...
इफ्तिखार उमड़ रही।
न जाने किससे तलब का इल्तजा,
करती है।...