यादों का साया..
हसरतें ख़्वाब हजारों हैं
गुम न हो जाना इस दरिया में
रिश्ते नाते निभाना दिल से
मगर ख़ुदको न खो देना किसी को पाने में
दिल लगाकर गम कमाया
उसने ज़ज्बातों का मज़ाक बना डाला
मैं भला लिखने का शौक़ीन कहां...
गुम न हो जाना इस दरिया में
रिश्ते नाते निभाना दिल से
मगर ख़ुदको न खो देना किसी को पाने में
दिल लगाकर गम कमाया
उसने ज़ज्बातों का मज़ाक बना डाला
मैं भला लिखने का शौक़ीन कहां...