मुलाकात
कहां आंसुओं की ये सौगात होगी
नए लोग होंगे नई बात होगी।
मैं हर हाल में मुस्कुराता रहूंगा
तुम्हारी मोहब्बत अगर साथ होगी।
चरागों की आंखों में महफूज़ रखना
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी।
परेशान हो तुम भी परेशान हूं मैं भी
चलो मय - कदे में वही बात होगी।
चरागों की लौ से सितारों की जौ तक
तुम्हें मैं मिलूंगा जहां रात होगी।
जहां वादियों में नए फूल आए
हमारी तुम्हारी मुलाकात होगी।
सदाओ को अल्फाज मिलने ना पाए
ना बादल घिरेंगे ना बरसात होगी।
मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी
किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी।
-पसंद है
© WinterPoetry📝
नए लोग होंगे नई बात होगी।
मैं हर हाल में मुस्कुराता रहूंगा
तुम्हारी मोहब्बत अगर साथ होगी।
चरागों की आंखों में महफूज़ रखना
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी।
परेशान हो तुम भी परेशान हूं मैं भी
चलो मय - कदे में वही बात होगी।
चरागों की लौ से सितारों की जौ तक
तुम्हें मैं मिलूंगा जहां रात होगी।
जहां वादियों में नए फूल आए
हमारी तुम्हारी मुलाकात होगी।
सदाओ को अल्फाज मिलने ना पाए
ना बादल घिरेंगे ना बरसात होगी।
मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी
किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी।
-पसंद है
© WinterPoetry📝