12 views
उड़ान
पर नहीं है मेरे पर उड़ने का जज़्बा रखती हु
सपनों का दामन थामे, होसलों की उड़ान भरती हु
ना फूलों से रास्ते मिले, ना अपनों के सहारे
खुद पे यकीन कर के हर सफ़र तय करती हु
हिम्मत जो टूटे तो खुद ही रो के हँस लेती हु
फिर से उठ के अपने ख्वाबों की उड़ान भरती हु
© All Rights Reserved
सपनों का दामन थामे, होसलों की उड़ान भरती हु
ना फूलों से रास्ते मिले, ना अपनों के सहारे
खुद पे यकीन कर के हर सफ़र तय करती हु
हिम्मत जो टूटे तो खुद ही रो के हँस लेती हु
फिर से उठ के अपने ख्वाबों की उड़ान भरती हु
© All Rights Reserved
Related Stories
40 Likes
11
Comments
40 Likes
11
Comments