कुछ सच!
खुद गलती नहीं किए हो तो जीवन कैसा ?
हां, खुदके गलती तुम मानते नहीं हो!
इसलिए तुम इंसान कैसा?
निर्भर वो करता है जिसको पता है वो एक अधूरा इंसान है!
अपने भविष्य से वोही डरता है जो जिंदगी में कुछ गलत किया हो।
धोका,प्रतिसोध, घृणा, अहंकार, ईर्षा वोही करता है...
हां, खुदके गलती तुम मानते नहीं हो!
इसलिए तुम इंसान कैसा?
निर्भर वो करता है जिसको पता है वो एक अधूरा इंसान है!
अपने भविष्य से वोही डरता है जो जिंदगी में कुछ गलत किया हो।
धोका,प्रतिसोध, घृणा, अहंकार, ईर्षा वोही करता है...