वो मुस्कुराएगा
कोरोना के कहर से
कैसा हो रहा होगा गुजर
जल रहे होंगे चूल्हे,या
आस देखते थक जाती होगी नजर,
डगर- डगर, भटक...
कैसा हो रहा होगा गुजर
जल रहे होंगे चूल्हे,या
आस देखते थक जाती होगी नजर,
डगर- डगर, भटक...