...

21 views

"एक संवाद ढलते सूरज के साथ"
प्रतिदिन की भांति में ढलते सूरज के साथ कर रही थी संवाद;
और प्रतिदिन की भांति एक बार फिर किसी ने मेरी इस आदत पर कर खडा कर दिया अपवाद।

शायद वो मानते थे ढलते हुए सूरज को अशुभ;
लेकिन मैं हर बार यही कहकर टाल देती उनकी बात कि प्रकृति का हर कण होता है शुभ।

लेकिन यह क्या आज सूरज स्वम् बोल पडा;
मानों...