तेरे खयाल
आज छुआ है
मेरे जिस्म को
शीतल सी बयारों ने...............
कपकपी से थरथराया मेरा जिस्म
जब छुआ मुझे
तेरे खयालों ने..............
वो चांद...
मेरे जिस्म को
शीतल सी बयारों ने...............
कपकपी से थरथराया मेरा जिस्म
जब छुआ मुझे
तेरे खयालों ने..............
वो चांद...