बिटिया रानी❤️
आयी तुम रूईं के फाहे सी ,
छुईमुई ,कोमल, परिज़ात..
कितनी ख़ुशियाँ, अनगिनत..
थका हुआ तन,
पर स्पन्दित मन…
नन्ही सी गुड़िया,
न्यौछावर जिस पर हर क्षण…
पुकारे कोई लक्ष्मी,कोई देवी,...
छुईमुई ,कोमल, परिज़ात..
कितनी ख़ुशियाँ, अनगिनत..
थका हुआ तन,
पर स्पन्दित मन…
नन्ही सी गुड़िया,
न्यौछावर जिस पर हर क्षण…
पुकारे कोई लक्ष्मी,कोई देवी,...