उड़ा ज़ुल्फ़ों का आज बादल जमीं पर
उड़ा ज़ुल्फ़ों का आज बादल जमीं पर
अँधेरा किया उसका काजल जमीं पर
लिया मोह मन को दिखा नाच अपनी
छमाछम बजाती है पायल जमीं पर
चला तीर ज़ख्मी...
अँधेरा किया उसका काजल जमीं पर
लिया मोह मन को दिखा नाच अपनी
छमाछम बजाती है पायल जमीं पर
चला तीर ज़ख्मी...