मदहोशियां
मदहोशियां मन में अक्सर ही रहती है
चाहते कुछ और ही कहती हैं
शायद गुमसुम ही मेरा यह किरदार है
क्या मेरा जमीर वफादार है
मदहोशियां मन में अक्सर ही रहती हैं
चाहते कुछ और ही कहती है
© yeshu
चाहते कुछ और ही कहती हैं
शायद गुमसुम ही मेरा यह किरदार है
क्या मेरा जमीर वफादार है
मदहोशियां मन में अक्सर ही रहती हैं
चाहते कुछ और ही कहती है
© yeshu