महफूज़ हो तुम 🖤
दुनियां के शोर में भी अगर खुद को सुन पाते हो , तो महफूज़ हो तुम ।
ख्वाइशों के बीच भी अगर जरूरतों को समझ पाते हो, तो महफूज़ हो तुम ।
दुनियां जैसा चाहे वैसा न बनकर खुद की अलग पहचान बना पाते हो , तो महफूज़ हो तुम ।
टूटे...
ख्वाइशों के बीच भी अगर जरूरतों को समझ पाते हो, तो महफूज़ हो तुम ।
दुनियां जैसा चाहे वैसा न बनकर खुद की अलग पहचान बना पाते हो , तो महफूज़ हो तुम ।
टूटे...