हम नारी भी पुरुष के समान ही हे न?
हम नारी भी पुरुष के समान ही हे न!
कंधे से कंधा मिलाकर नौकरी तुम्हारे तरह ही करते है,
बस सबसे पहले सिर्फ उठकर कर हर काम निपटा कर निकलना पड़ता है - कौन सी बड़ी बात है?
हम नारी भी पुरुष के समान ही हे न!
एक ही भीड़ मे चलकर जाते है;
हा थोड़ा बोहुत धक्का मुक्की का फायदा उठाकर , जान बुझकर कोई अपना ही बस्तु समझकर कहीं पर भी छू दे तो
क्या फर्क पड़ता है? अगर इतना ही तकलीफ हे तो ब्यक्तिगत बाहन मे आओ सुनकर बस कोई कोई चुप हो जाया करते है।
हम नारी भी पुरुष के समान ही हे न!
काम से घर लौटने के बाद बच्चों और परिवार वालोंं की फरमाइश पूरा करने मे लग जाते है।
कौन सी बड़ी बात है? बहु बेटियों को तो यही काम शोभा देता है।
हम नारी भी पुरुष के...
कंधे से कंधा मिलाकर नौकरी तुम्हारे तरह ही करते है,
बस सबसे पहले सिर्फ उठकर कर हर काम निपटा कर निकलना पड़ता है - कौन सी बड़ी बात है?
हम नारी भी पुरुष के समान ही हे न!
एक ही भीड़ मे चलकर जाते है;
हा थोड़ा बोहुत धक्का मुक्की का फायदा उठाकर , जान बुझकर कोई अपना ही बस्तु समझकर कहीं पर भी छू दे तो
क्या फर्क पड़ता है? अगर इतना ही तकलीफ हे तो ब्यक्तिगत बाहन मे आओ सुनकर बस कोई कोई चुप हो जाया करते है।
हम नारी भी पुरुष के समान ही हे न!
काम से घर लौटने के बाद बच्चों और परिवार वालोंं की फरमाइश पूरा करने मे लग जाते है।
कौन सी बड़ी बात है? बहु बेटियों को तो यही काम शोभा देता है।
हम नारी भी पुरुष के...