दर्द
जिंदगी में दर्द हो तो जिंदा हो तुम
उस दर्द को सहता जख्मी परिंदा हो तुम
माना की ये दर्द बड़ा गहरा है।
इस दर्द को सीने में दफन करने का मौका भी सुनहरा है।
इस दर्द में खुद को तपने तो दो
इस दर्द में जरा खुद को दहकने तो दो
इस दर्द को जरा ज्वालामुखी बनके फटने तो दो।
ना जानें क्यों सहमे सहमे से...
उस दर्द को सहता जख्मी परिंदा हो तुम
माना की ये दर्द बड़ा गहरा है।
इस दर्द को सीने में दफन करने का मौका भी सुनहरा है।
इस दर्द में खुद को तपने तो दो
इस दर्द में जरा खुद को दहकने तो दो
इस दर्द को जरा ज्वालामुखी बनके फटने तो दो।
ना जानें क्यों सहमे सहमे से...