Radhe-Krishna
कान्हा तेरी महिमा अजब निराली
जग को बतलाने कि खातिर सच्चे प्रेम का अर्थ
तूने अपनी ही प्रेम कहानी अधूरी कर डाली
दिखा दिया सबको प्रेम दिल मे बस रूह मे उतर जाता है दूर हो या पास कभी नहीं खत्म हो पता है
पाने कि ख्वाहिश कोई सच्ची प्रीत नहीं है
कर्तव्यों का पालन कर रस्मो कसमो को निभाना पर इक छण भी ना प्रेम से...
जग को बतलाने कि खातिर सच्चे प्रेम का अर्थ
तूने अपनी ही प्रेम कहानी अधूरी कर डाली
दिखा दिया सबको प्रेम दिल मे बस रूह मे उतर जाता है दूर हो या पास कभी नहीं खत्म हो पता है
पाने कि ख्वाहिश कोई सच्ची प्रीत नहीं है
कर्तव्यों का पालन कर रस्मो कसमो को निभाना पर इक छण भी ना प्रेम से...