सात फेरे।
काश सात फेरों का मतलब हर कोई समझ पाता,
तो आजकल हर घर किसी दूसरे के आने से टूट ना पता ,
न जाने
क्यों हर बार उम्मीद औरत से ही रखी जाती...
तो आजकल हर घर किसी दूसरे के आने से टूट ना पता ,
न जाने
क्यों हर बार उम्मीद औरत से ही रखी जाती...