शायरी#53
सुकून मिलता हैं
दर्द पाकर भी
गर कोई साथ रहता हैं
दूर रह कर भी
© Spiritajay
दर्द पाकर भी
गर कोई साथ रहता हैं
दूर रह कर भी
© Spiritajay
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