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तेरे मेरे साथ का
चले तू जिस राह पर
कांटा कोई चुभ जाए अगर
फिर क्या मतलब तेरे-मेरे साथ का ।
बड़े कदम तेरे
और मंजिल छूट जाए अगर
फिर क्या मतलब तेरे मेरे साथ का।
मैं मनाऊं तुझे
फिर भी तू रूठ जाए अगर
फिर क्या मतलब तेरे मेरे साथ का।
खुश रहु मैं
और पलके तेरी भीग जाएं अगर
फिर क्या मतलब तेरे मेरे साथ का।।
© sapna
कांटा कोई चुभ जाए अगर
फिर क्या मतलब तेरे-मेरे साथ का ।
बड़े कदम तेरे
और मंजिल छूट जाए अगर
फिर क्या मतलब तेरे मेरे साथ का।
मैं मनाऊं तुझे
फिर भी तू रूठ जाए अगर
फिर क्या मतलब तेरे मेरे साथ का।
खुश रहु मैं
और पलके तेरी भीग जाएं अगर
फिर क्या मतलब तेरे मेरे साथ का।।
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