Azadi
तुम कहते हो कि,
खुल के जियो,
पर क्या तुम खुल के जीने का मतलब जानते हों।
तुम कहते हो कि,
तुम्हारी जिंदगी हैं,
तुम्हारी आजादी,
पर मुझे ये बताओ क्या तुम,
एक लड़की की आजादी की कीमत जानते हों।
चार दीवारी बाबुल की और,
चार दीवारी ससुराल की,
उन चार दीवारियों में जकड़े जाने,
का मतलब जानते हो।
एक बार बाहर आजादी को जीने का सपना देखा,
तो समाज में सती और दहेज प्रथा का आभार मिला,
और तुम कहते हो कि,
हमें आजादी को जीना सीखना होगा,
अरे आसपास नज़र उठा के तो देखो,
समाज में स्त्री के लिए कुरीतियों का जंजाल...
खुल के जियो,
पर क्या तुम खुल के जीने का मतलब जानते हों।
तुम कहते हो कि,
तुम्हारी जिंदगी हैं,
तुम्हारी आजादी,
पर मुझे ये बताओ क्या तुम,
एक लड़की की आजादी की कीमत जानते हों।
चार दीवारी बाबुल की और,
चार दीवारी ससुराल की,
उन चार दीवारियों में जकड़े जाने,
का मतलब जानते हो।
एक बार बाहर आजादी को जीने का सपना देखा,
तो समाज में सती और दहेज प्रथा का आभार मिला,
और तुम कहते हो कि,
हमें आजादी को जीना सीखना होगा,
अरे आसपास नज़र उठा के तो देखो,
समाज में स्त्री के लिए कुरीतियों का जंजाल...