Pyaar Ka Zikr Lafzo Me
अगर तू करे वादा साथ रहने का, तो मै लिखूंगा तेरे बारे में।
नहीं लिखूंगा तेरी आंखो के बारे में जिनमें डूबने का मन करता है।
या तेरे होटों के बारे मै जिन्हे चूमने का मन करता है।
या तेरी जुल्फों का जिनमें उलझने का मन करता है।
क्यों की नहीं लिखना चाहता उन चीजों के बारे मै जो ढल जाती है।
मै लिखूंगा तेरे पागलपन के बारे में।
ये जो मजाक में मुझे हल्के से मार के उसके बारे मे।
कभी कभी बेवजह मेरे कंधो पर सर रख कर रो जाती हो उसके बारे मे।
में लिखूंगा के संसो के बीच की वोह घुटन है उसके जैसे लगती है मुझे ज़िन्दगी तेरे बिना
एक ख्वाब जो सालो साल जगाए रखता है ऐसा असर है तेरे छूने का।
मे लिखूंगा के तू वोह घर है, जहां पर थैरने कर इरादा एक बंजारा भी रखता है और तू वोह किनारा है जिसके कदमों मे गिरने के लिए लेहरे उठी है।
तेरे आंखो के बीच का फासला मैंने अपने होटों से नापा है।
में लिखूंगा के तेरे बारे मे लिख लिख के मे लिखना सीख गया।
और इतना लिखूंगा के पढ़ने वाला तुझे मोहब्बत कर बैठेगा।
तेरी छवि बनाकर तुझे अपने दिल मै बसा कर रखेगा।
जब भी इबादत मे अपने सिर झुकाएगा तुझे ही मांगेगा।
और जब भी वह हमे साथ देखेगा कहेगा खुदा से।
के क्या हुई खता हमसे
के ऐसा प्यार हमे नसीब नहीं हुआ।
पर तू अपना वादा निभाना क्यों की
मुझे लिखना है सिर्फ तेरे बारे मे।
© Hrishi Pandey
नहीं लिखूंगा तेरी आंखो के बारे में जिनमें डूबने का मन करता है।
या तेरे होटों के बारे मै जिन्हे चूमने का मन करता है।
या तेरी जुल्फों का जिनमें उलझने का मन करता है।
क्यों की नहीं लिखना चाहता उन चीजों के बारे मै जो ढल जाती है।
मै लिखूंगा तेरे पागलपन के बारे में।
ये जो मजाक में मुझे हल्के से मार के उसके बारे मे।
कभी कभी बेवजह मेरे कंधो पर सर रख कर रो जाती हो उसके बारे मे।
में लिखूंगा के संसो के बीच की वोह घुटन है उसके जैसे लगती है मुझे ज़िन्दगी तेरे बिना
एक ख्वाब जो सालो साल जगाए रखता है ऐसा असर है तेरे छूने का।
मे लिखूंगा के तू वोह घर है, जहां पर थैरने कर इरादा एक बंजारा भी रखता है और तू वोह किनारा है जिसके कदमों मे गिरने के लिए लेहरे उठी है।
तेरे आंखो के बीच का फासला मैंने अपने होटों से नापा है।
में लिखूंगा के तेरे बारे मे लिख लिख के मे लिखना सीख गया।
और इतना लिखूंगा के पढ़ने वाला तुझे मोहब्बत कर बैठेगा।
तेरी छवि बनाकर तुझे अपने दिल मै बसा कर रखेगा।
जब भी इबादत मे अपने सिर झुकाएगा तुझे ही मांगेगा।
और जब भी वह हमे साथ देखेगा कहेगा खुदा से।
के क्या हुई खता हमसे
के ऐसा प्यार हमे नसीब नहीं हुआ।
पर तू अपना वादा निभाना क्यों की
मुझे लिखना है सिर्फ तेरे बारे मे।
© Hrishi Pandey