हालात
केवल कहानियों में ही, सच्ची मोहब्बत मिल जाती है अक्सर
पर ऐसा असल जीवन में कभी होता नहीं है
जो घंटो बात करके किसीसे आराम फरमाता था यूँही
अब न जाने क्यों हफ्तों तक सही से सोता नहीं है
जो कभी महफिल-ए-जान था हर शमां का
कोई ऐसा दिन नहीं होता है,जिस दिन वो रोता नहीं है
लोग दोष देते हैं उसे ही,उसकी जिंदगी की बर्बादी के लिए
अरे! कोई अपनी खुशी से,अपने रास्तों में काँटे बोता नहीं है
खुशियाँ नहीं टिकी उसके गिरेबान में,ये उसकी किस्मत थी
नहीं तो कोई जानबूझकर स्यमन्तक मणि खोता नहीं है
© प्रांजल यादव
पर ऐसा असल जीवन में कभी होता नहीं है
जो घंटो बात करके किसीसे आराम फरमाता था यूँही
अब न जाने क्यों हफ्तों तक सही से सोता नहीं है
जो कभी महफिल-ए-जान था हर शमां का
कोई ऐसा दिन नहीं होता है,जिस दिन वो रोता नहीं है
लोग दोष देते हैं उसे ही,उसकी जिंदगी की बर्बादी के लिए
अरे! कोई अपनी खुशी से,अपने रास्तों में काँटे बोता नहीं है
खुशियाँ नहीं टिकी उसके गिरेबान में,ये उसकी किस्मत थी
नहीं तो कोई जानबूझकर स्यमन्तक मणि खोता नहीं है
© प्रांजल यादव