तन्हाई का दर्द ।
चार दिवारी से बना एक खाली मकान देखा।
सुनसान रात के साय में बिखरा सामान देखा ॥
मेज पर रखी थी चन्द किताबें और अतीत के पन्नों...
सुनसान रात के साय में बिखरा सामान देखा ॥
मेज पर रखी थी चन्द किताबें और अतीत के पन्नों...