केवल आप
जैसे ही मैं अँधेरे में ढलता हूँ..
केवल आपका प्रकाश ही मुझे बाहर खींच सकता है
रोते रोते रात बिताता हूँ..
केवल तुम्हारे नाजुक हाथ ही मेरे आंसू...
केवल आपका प्रकाश ही मुझे बाहर खींच सकता है
रोते रोते रात बिताता हूँ..
केवल तुम्हारे नाजुक हाथ ही मेरे आंसू...