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वर्षा आई वर्षा आई
काले काले बादल छाए
ठंडी ठंडी बहती हवाएं
टीप टीप करती वर्षा आई
वर्षा आई वर्षा आई
डरांव डरांव करते मेंडक
इधर उधर हर तरफ
फैली मिट्टी कि मेहक
खल खल बहता पानी
वर्षा आई वर्षा आई
छोटे-बड़े खड्डे में भरा जल
खिलने लगेंगे फल-फूल
हर तरफ सुंदर हरियाली
वर्षा आई वर्षा आई
नन्हे -मुन्ने बच्चे प्यारे
हंसते मुस्कुराते सारे
घर से बाहर आए
वर्षा आई वर्षा आई
रंग -रंगीन कागज़ लेकर
छोटी- छोटी नांव बनाकर
निकल पड़े घर के सामने
वर्षा आई वर्षा आई
कोई बहते पानी में
तो खड्डे में भरे पानी में
नांव छोड़कर खुशीयां मनाते
वर्षा आई वर्षा आई
भीगते-भीगते
मौज-मस्ती करते
कोई छाता लेकर
तो कोई रेनकोट पहनकर
पानी में खेलते बच्चे प्यारे
© आत्मेश्वर
ठंडी ठंडी बहती हवाएं
टीप टीप करती वर्षा आई
वर्षा आई वर्षा आई
डरांव डरांव करते मेंडक
इधर उधर हर तरफ
फैली मिट्टी कि मेहक
खल खल बहता पानी
वर्षा आई वर्षा आई
छोटे-बड़े खड्डे में भरा जल
खिलने लगेंगे फल-फूल
हर तरफ सुंदर हरियाली
वर्षा आई वर्षा आई
नन्हे -मुन्ने बच्चे प्यारे
हंसते मुस्कुराते सारे
घर से बाहर आए
वर्षा आई वर्षा आई
रंग -रंगीन कागज़ लेकर
छोटी- छोटी नांव बनाकर
निकल पड़े घर के सामने
वर्षा आई वर्षा आई
कोई बहते पानी में
तो खड्डे में भरे पानी में
नांव छोड़कर खुशीयां मनाते
वर्षा आई वर्षा आई
भीगते-भीगते
मौज-मस्ती करते
कोई छाता लेकर
तो कोई रेनकोट पहनकर
पानी में खेलते बच्चे प्यारे
© आत्मेश्वर
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