द माउंट मैन:दशरथ माँझी...!!!!
बिहार के गहलौर में जन्मा था एक व्यक्तित्व महान,
दशरथ मांझी था उसका नाम।
पत्नी की आकस्मिक मौत से,
उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान।
विषम परिस्थिति थी कुछ ऐसी…
फागुनी पहाड़ से गिरकर जीवन से हारी थी,
मांझी ने ले लिया संकल्प –
पर्वत को चुनौती दे डाली…
पर्वत को चीरने की अब बारी थी।
पत्नी की मृत्यु से था वो व्यथित,
अखंड संकल्प था ह्दय में उपस्थित।
प्रेम था इतना शुद्ध,
खड़ा हो गया चट्टान के विरुद्ध।
वह कर्मयोगी था,
दुखों का भोगी था।
साहस था उसमे अपार,
कर दिया अपने वचन को साकार।
सन 1960 से 22 वर्षों तक किया अथक प्रयास,
ना हिम्मत हारी ना टूटने दिया स्वयं का विश्वास।
व्याख्या कर सकूं,
उस धैर्य, समर्पण,...
दशरथ मांझी था उसका नाम।
पत्नी की आकस्मिक मौत से,
उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान।
विषम परिस्थिति थी कुछ ऐसी…
फागुनी पहाड़ से गिरकर जीवन से हारी थी,
मांझी ने ले लिया संकल्प –
पर्वत को चुनौती दे डाली…
पर्वत को चीरने की अब बारी थी।
पत्नी की मृत्यु से था वो व्यथित,
अखंड संकल्प था ह्दय में उपस्थित।
प्रेम था इतना शुद्ध,
खड़ा हो गया चट्टान के विरुद्ध।
वह कर्मयोगी था,
दुखों का भोगी था।
साहस था उसमे अपार,
कर दिया अपने वचन को साकार।
सन 1960 से 22 वर्षों तक किया अथक प्रयास,
ना हिम्मत हारी ना टूटने दिया स्वयं का विश्वास।
व्याख्या कर सकूं,
उस धैर्य, समर्पण,...