हम नादान ही सही
यूं तो हम वाखिब हैं
मगर जाहिर नहीं होने देगे
गुजरेगे क़रीब से
मगर अहसास नहीं होने देगे
नज़र रखते...
मगर जाहिर नहीं होने देगे
गुजरेगे क़रीब से
मगर अहसास नहीं होने देगे
नज़र रखते...