बस लड़ रही हु....
कभी खुद से कभी हालातों से
कभी ज़िंदगी से कभी अपनों से
बस लड़ रही हू
हर रिश्ता झूठा होता होता है यहाँ
रब, सच...
कभी ज़िंदगी से कभी अपनों से
बस लड़ रही हू
हर रिश्ता झूठा होता होता है यहाँ
रब, सच...