धीरे धीरे कदम बढ़ाना
एक पिता अपने बेटे से कहता हैं
धीरे धीरे कदम बढ़ाना
तुम आगे तक जाना
कहीँ भटके तो याद आना
मंजिल तुम्हारे पास नही मगर
कदम बढ़ाते रहना
दिल ने ये कहा हैं दिल से
तुम चलते रहना
...
धीरे धीरे कदम बढ़ाना
तुम आगे तक जाना
कहीँ भटके तो याद आना
मंजिल तुम्हारे पास नही मगर
कदम बढ़ाते रहना
दिल ने ये कहा हैं दिल से
तुम चलते रहना
...