कर्म, फल और आसक्ति...
क्या फल के साथ आसक्ति सामन्य नहीं ?
क्या कर्म में वास करने वाली मनुष्यता सत्य नहीं ?
सामान्य नहीं, सत्य चुनये !
सत्य मुझमें है और मैं सत्य में हूं।
आसक्ति रूपी...
क्या कर्म में वास करने वाली मनुष्यता सत्य नहीं ?
सामान्य नहीं, सत्य चुनये !
सत्य मुझमें है और मैं सत्य में हूं।
आसक्ति रूपी...