कर्मपथ
कर्मपथ
कर्म करूँ या पथ निहारूँ
या रस्ता खोजूँ मंज़िल का
कहाँ है जाना कहाँ नहीं
सवाल करूँ खुद से खुद का।।
इस दुविधा में बैठ मैं सोचूँ
कहीं रस्ता गलत तो नहीं
भटक न जाऊँ कहीं और मैं
सवाल करूँ खुद से खुद का।।
क्या...
कर्म करूँ या पथ निहारूँ
या रस्ता खोजूँ मंज़िल का
कहाँ है जाना कहाँ नहीं
सवाल करूँ खुद से खुद का।।
इस दुविधा में बैठ मैं सोचूँ
कहीं रस्ता गलत तो नहीं
भटक न जाऊँ कहीं और मैं
सवाल करूँ खुद से खुद का।।
क्या...