समय में कस्ती
#रहने-दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद को न मिलने दिया,
न हो कोई शिकवा शिकायत ...
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद को न मिलने दिया,
न हो कोई शिकवा शिकायत ...