गहरा रिश्ता
गहरा रिश्ता
अब कहां रहा है
हरकोई खूद को
खूदा समझ रहा है
रिश्तों नातों...
अब कहां रहा है
हरकोई खूद को
खूदा समझ रहा है
रिश्तों नातों...