जादूगर भिजवाया है...!
आज कईं दिनों के बाद पापा को हसते हुए देखा था....
बचपन से ही उन्होंने मुझे बहूत लाड प्यार से रखा था|
नं जाने क्यों अपनी बेटी की खुशी को ही अपना सपना बनाया था....
मुसकुराते हुए भी उनकी ऑंखों में पानी भर आया था!
बस मेरे एक बार कहने पे मेरे लिये दुकान से खिलौना लाया था....
मेरी खुशहाली के लिये अपने अरमानों को दिल...
बचपन से ही उन्होंने मुझे बहूत लाड प्यार से रखा था|
नं जाने क्यों अपनी बेटी की खुशी को ही अपना सपना बनाया था....
मुसकुराते हुए भी उनकी ऑंखों में पानी भर आया था!
बस मेरे एक बार कहने पे मेरे लिये दुकान से खिलौना लाया था....
मेरी खुशहाली के लिये अपने अरमानों को दिल...