दिल की बातें
दिल की बातें उसे बतानी है
बुझ रही आग फिर जलानी है
बात करनी है अब इशारों में
ख़ामुशी उस पे आज़मानी है,,
वक़्त उसका तो हीरे मोती सा,,
वक़्त क्यों मेरा मुफ़्त पानी है,,
इश्क़...
बुझ रही आग फिर जलानी है
बात करनी है अब इशारों में
ख़ामुशी उस पे आज़मानी है,,
वक़्त उसका तो हीरे मोती सा,,
वक़्त क्यों मेरा मुफ़्त पानी है,,
इश्क़...