तस्वीर तुम्हारे
तसवीर तुम्हारी कुछ इस तरह से छुपाई रखी हूं
ज़माने की हर एक बुरी नज़र से बचाके रखी हूं...
दिल उदास होता है तो उसको बोलती हूं
खुशी के लम्हे कुछ मिल जाए तो उसे ही बताती हूं...
अपनी आखों की आंसु उसके आगे बहाती हूं...
ज़माने की हर एक बुरी नज़र से बचाके रखी हूं...
दिल उदास होता है तो उसको बोलती हूं
खुशी के लम्हे कुछ मिल जाए तो उसे ही बताती हूं...
अपनी आखों की आंसु उसके आगे बहाती हूं...