मिलोगी भी या नहीं.....!
तुम्हारी उड़ान जो
भर देती है आसमान,
हम ने देखी है, और देखा है
पवन का तुम्हे छू कर थरथराना,
तुम्हरा बहना देखा है हम ने
तट बनकर,
तुम्हें छुने कि कोशिश करते
महसूस किया है, तुम्हरा
फिसलना, हर बार,...
भर देती है आसमान,
हम ने देखी है, और देखा है
पवन का तुम्हे छू कर थरथराना,
तुम्हरा बहना देखा है हम ने
तट बनकर,
तुम्हें छुने कि कोशिश करते
महसूस किया है, तुम्हरा
फिसलना, हर बार,...